तेरे बिना दिलदार हाय मेरा दिल नहि लगता


तेरे बिना तेरे बिना तेरे बिना दिलदार।

हाय मेरा दिल नहि लगता।

तेरे बिन दिल नहि लगता।

हाय मेरा दिल नहि लगता।। 4।।

तेरे बिना दिलदार।

हाय मेरा दिल नहि लगता।

हाय मेरा दिल नहि लगता।

हाय मेरा दिल नहि लगता।। 4।।

हो स्वपनो में आने वाले, निदिया उड़ाने वाले।

मुझको तड़पाने वाले, रातो जगाने वाले।।

हो स्वपनो में आने वाले, निदिया उड़ाने वाले।

सॉवरिया सरकार तेर बिन दिल नहि लगता।

तेरे बिन दिल नहि लगता।।

हाय मेरा दिल नहि लगता।। 4।।

हो दरसन को अखियाँ प्यासी, दरसन दो झलक जरा सी।

दरसन करूँ अभिलाषी, सुन लो ओ घट घट वासी।

दरसन को आँखे प्यासी, दिखला दो छटा जरा सी।

सुन लो मेरी पुकार, तेर बिन दिल नहि लगता।

तेरे बिन दिल नहि लगता।।

हाय मेरा दिल नहि लगता।। 4।।

हो मोहन मुरलीय वाले, जीवन है तेरे हवाले।

सुन ले मेरे दर्दे हाले, मुझको भी गले लगाले।

हो मोहन मुरली वाले, जीवन है तेरे हवाले।

तड़पे मेरा प्यार, तेर बिन दिल नहि लगता।

तेरे बिन दिल नहि लगता।।

हाय मेरा दिल नहि लगता।। 4।।

छुप गये कहॅ प्राण पियारे, भक्तो के नैनन तारे।

तेरे बिन नैन बिचारे, तड़पे दिन रात हमारे।

छुप गये कहॅ प्राण पियारे, भक्तो के नैनन तारे।

ओ पागल के यार, तेर बिन दिल नहि लगता।

तेरे बिन दिल नहि लगता।।

हाय मेरा दिल नहि लगता।। 4।।

तेरे बिना दिलदार हाय मेरा दिल नहि लगता।

तेरे बिन दिल नहि लगता।।

हाय मेरा दिल नहि लगता।। 4।।

लेखक एवं गीतकार: संगीत सम्राट श्री बाबा रसिका पागल जी महराज


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