नटका: सुतीक्षण की हरि भक्ति
ना जाने कौने गलियन मे रामजी भुलाने।।
केतना दिना होइगा ध्यनवा लगाये।
रहिया तकत मोरा नैना थिराने।। ना जाने कौने गलियन मे रामजी भुलाने।।
कइसे हम पूर्ण करी गुरू की बचनिया।
एक ठइया ठाड़े ठाड़े पउवा पिराने।। ना जाने कौने गलियन मे रामजी भुलाने।।
अब आवा प्रभुवर ना देरिया लगावा।
तोहरे धियनवा मे सब कुछ भुलाने।। ना जाने कौने गलियन मे रामजी भुलाने।।
एतना सुनत राम आये समनवा।
आर0 के0 सुतीक्ष्ण का नयना जुड़ाने।। ना जाने कौने गलियन मे रामजी भुलाने।।
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